शुरूआत।।










इनायत (blessing) अपनों की ..
सफर पर साथ  होगी ..
मुँतज़ीर(awited) लम्हों की ..
तुम पर बरसात होगी
ठहरना होगा तभी
जब मंजिल हाथ होगी ..
कुछ खास हो ये सफर ..
जिसकी कल शुरुआत होगी ..
इज़तिरआर (restlessness) है कदमों में ..
पर कल बहार होगी ..
बा-दस्तूर (unaltered) इस ज़िन्दगी में ..
सिल चुके जख्मों की ..
भरमार होगी ..
काफ़ीला तुम्हारा होगा ..
शिद्दत की जब बात होगी ..
कुछ खास हो ये सफर ..
जिसकी कल शुरुआत होगी ..
जज़्बा ये जो अब है..
कल वो परवाज़ (flight) होगी ..
आसमाँ भी झूमेगा ..
जिसमें आवाज होगी ..
मंजिल मिलेगी और ..
चेहरे पर शाद (happiness) होगी ..
कुछ खास हो ये सफर ..
जिसकी कल शुरुआत होगी ..

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